ये कफ़न, ये जनाजे, ये कबर…
रस्म-ऐ-दुनिया है दोस्त, मर तो इंसान तब ही जाता है जब याद करने वाला कोई न हो…
ये कफ़न, ये जनाजे, …..
28 Monday Apr 2014
in
28 Monday Apr 2014
ये कफ़न, ये जनाजे, ये कबर…
रस्म-ऐ-दुनिया है दोस्त, मर तो इंसान तब ही जाता है जब याद करने वाला कोई न हो…